दंतेवाड़ा/नारायणपुर — छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में एक बार फिर सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ जारी है। दंतेवाड़ा और नारायणपुर की सीमा पर घने जंगलों में यह मुठभेड़ कई घंटों से चल रही है। शुरुआती जानकारी के अनुसार, एक से अधिक नक्सलियों के मारे जाने की खबर है, हालांकि अभी आधिकारिक पुष्टि की प्रतीक्षा है।
दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने जानकारी दी कि खुफिया सूचना मिली थी कि इस क्षेत्र में बड़े नक्सली नेताओं की बैठक हो रही है। इसी इनपुट पर कार्रवाई करते हुए दंतेवाड़ा और नारायणपुर की संयुक्त पुलिस टीम को रवाना किया गया।
जंगलों में घमासान
एसपी गौरव राय ने बताया कि जैसे ही सुरक्षा बलों की टुकड़ी जंगल के भीतर पहुंची, नक्सली भागने लगे और इसी दौरान दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हो गई। मुठभेड़ करीब आधे घंटे से अधिक समय से जारी है और इलाके को पूरी तरह घेर लिया गया है।
इस अभियान में दंतेश्वरी महिला फाइटर, डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) और अन्य सुरक्षा बल शामिल हैं। सर्च ऑपरेशन को और तेज कर दिया गया है।
छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियानों की प्रमुख घटनाएं:
छत्तीसगढ़ लंबे समय से नक्सल उग्रवाद से प्रभावित रहा है। हाल के वर्षों में राज्य में कई बड़ी मुठभेड़ें हुई हैं। इनमें से कुछ प्रमुख घटनाएं निम्नलिखित हैं:
12 अगस्त 2025: बीजापुर के गंगालूर में मुठभेड़, 2 जवान घायल
29 जुलाई 2025: सुकमा में मुठभेड़, 5 लाख का इनामी नक्सली ढेर, 3 जवान घायल
18 जुलाई 2025: नारायणपुर में मुठभेड़, 6 माओवादी मारे गए
21 मई 2025: नक्सली कमांडर बसवराजू समेत 28 नक्सली मारे गए
15 मई 2025: बीजापुर में कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर 31 नक्सली ढेर
29 मार्च 2025: सुकमा मुठभेड़ में 17 नक्सली मारे गए
20 मार्च 2025: बीजापुर और कांकेर में 30 नक्सली मारे गए
4 अक्टूबर 2024: अबूझमाड़ में मुठभेड़, 38 नक्सली मारे गए
16 अप्रैल 2024: कांकेर में 29 नक्सली मारे गए
नक्सल अभियान में बढ़ी तेजी
राज्य सरकार और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त रणनीति के तहत बस्तर क्षेत्र में लगातार सघन सर्चिंग और इंटेलिजेंस आधारित ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। महिला फाइटर यूनिट्स और DRG की विशेष टुकड़ियों की तैनाती ने इन अभियानों को और प्रभावी बनाया है।
एसपी गौरव राय ने बताया कि मुठभेड़ समाप्त होने के बाद पूरे इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया जाएगा और मारे गए नक्सलियों की पहचान की जाएगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और नक्सलियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।