हैदराबाद: हैदराबाद नारकोटिक्स एनफोर्समेंट विंग (H-NEW) ने ड्रग से जुड़े अपराधों पर अंकुश लगाने और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हानिकारक गतिविधियों को रोकने के तहत 27 वर्षीय युगांडा की महिला को उसके देश वापस भेज दिया है।
डिपोर्ट की गई महिला की पहचान जूलियाना विक्टर नबिताका के रूप में हुई है, जो युगांडा गणराज्य की राजधानी कंपाला की निवासी है। पुलिस और इमिग्रेशन अधिकारियों के समन्वित प्रयासों के बाद उसे भारत से प्रत्यर्पित किया गया। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, नबिताका 12 फरवरी 2024 को टूरिस्ट वीज़ा पर भारत आई थी और मुंबई के छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी थी।
भारत में रहने के दौरान उसने कई शहरों की यात्रा की। वह चार महीने चेन्नई, दो महीने मुंबई और करीब आठ महीने बेंगलुरु में रही। पुलिस जांच में सामने आया कि इस दौरान वह विदेशी ड्रग तस्करों के संपर्क में आई और उनके साथ मेलजोल बढ़ाया। अधिकारियों के अनुसार, बाद में वह बेंगलुरु और हैदराबाद में नशीले पदार्थों के वितरण में कथित रूप से शामिल हो गई, ताकि एक आलीशान जीवनशैली को बनाए रखा जा सके।
H-NEW के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस वैभव गायकवाड़ ने बताया कि नबिताका का वीज़ा 18 जनवरी 2025 को समाप्त हो गया था, जबकि उसका पासपोर्ट अक्टूबर 2033 तक वैध है। वीज़ा की अवधि समाप्त होने के बावजूद वह अवैध रूप से भारत में रह रही थी और कथित तौर पर ड्रग तस्करों के संपर्क में बनी हुई थी।
पुलिस ने उसे टोलिचौकी पुलिस स्टेशन की सीमा में एक कुख्यात ड्रग पेडलर के साथ घूमते हुए पकड़ा। पूछताछ के दौरान वह हैदराबाद में अपनी मौजूदगी से संबंधित कोई वैध दस्तावेज या संतोषजनक जवाब नहीं दे सकी। बाद में उसने वीज़ा अवधि से अधिक ठहरने और आवश्यक अनुमति न होने की बात स्वीकार की।
इसके बाद H-NEW ने हैदराबाद स्थित फॉरेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस (FRRO) की सहायता से उसकी डिपोर्टेशन प्रक्रिया शुरू की। उसके लिए एग्ज़िट परमिट प्राप्त किया गया और उसे भारत में दोबारा प्रवेश से रोकने के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया गया।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, 21 दिसंबर 2025 की तड़के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उसे युगांडा भेजा गया। इस दौरान इंस्पेक्टर जी.एस. डेनियल के नेतृत्व में पुलिस टीम ने उसे एस्कॉर्ट किया।
कार्रवाई के बाद H-NEW ने शहर को नशा मुक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। साथ ही, नागरिकों से नशीले पदार्थों के सेवन से दूर रहने की अपील की गई। अभिभावकों को अपने बच्चों की गतिविधियों पर नज़र रखने की सलाह दी गई, जबकि ड्रग से जुड़े मामलों की जानकारी रखने वाले लोगों से H-NEW से संपर्क करने का आग्रह किया गया।









