नई दिल्ली: दिल्ली से मुंबई जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-887 को सोमवार को उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद तकनीकी कारणों के चलते वापस दिल्ली लौटना पड़ा। विमान में तकनीकी खामी के संकेत मिलने के बाद यह फैसला स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) के तहत लिया गया। राहत की बात यह रही कि विमान ने दिल्ली एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंडिंग की और सभी यात्री तथा क्रू मेंबर्स पूरी तरह सुरक्षित हैं।
उड़ान के तुरंत बाद मिला तकनीकी संकेत
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि उड़ान भरने के तुरंत बाद कॉकपिट में तकनीकी संकेत मिले, जिसके बाद पायलटों ने एहतियातन विमान को आगे ले जाने के बजाय दिल्ली वापस लाने का निर्णय लिया। सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए विमान को सुरक्षित तरीके से उतारा गया। लैंडिंग के बाद सभी यात्रियों को विमान से उतार दिया गया।
यात्रियों को दी गई आवश्यक सहायता
घटना के बाद एयर इंडिया की ग्राउंड टीम ने तुरंत स्थिति संभाली। यात्रियों को एयरपोर्ट पर हर जरूरी सहायता उपलब्ध कराई गई। मुंबई जाने वाले यात्रियों के लिए वैकल्पिक उड़ानों की व्यवस्था की गई और उन्हें आगे की यात्रा के लिए भेजा गया। एयरलाइन ने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद जताया और कहा कि ऐसी अप्रत्याशित तकनीकी स्थितियों में सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
तकनीकी जांच जारी
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि संबंधित विमान की विस्तृत तकनीकी जांच की जा रही है और सभी आवश्यक सेफ्टी चेक पूरे होने के बाद ही उसे दोबारा परिचालन में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यात्रियों और क्रू की सुरक्षा एयर इंडिया की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
शांतिपूर्ण रही स्थिति
उड़ान के दौरान किसी तरह की घबराहट की स्थिति नहीं बनी। क्रू मेंबर्स ने यात्रियों को शांतिपूर्वक स्थिति की जानकारी दी। विमान के दिल्ली लौटने के बाद एयरपोर्ट पर एयरलाइन स्टाफ लगातार यात्रियों के संपर्क में रहा और उन्हें आगे की यात्रा से जुड़ी स्पष्ट जानकारी दी गई।
सुरक्षा मानकों के अनुरूप फैसला
एविएशन विशेषज्ञों के अनुसार, तकनीकी खामी की आशंका होने पर विमान को वापस लाने का फैसला अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों के अनुरूप होता है और यह यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से बेहद अहम है। एयर इंडिया ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि विमानन क्षेत्र में सुरक्षा सर्वोपरि है, भले ही इसके चलते कुछ देर या असुविधा क्यों न हो।









