नई दिल्ली : हरियाणा से दिल्ली तक यमुना का पानी पहुंचाने वाली मुनक नहर अब राजधानी के लोगों के लिए केवल जल आपूर्ति का जरिया नहीं, बल्कि ट्रैफिक से राहत देने वाला नया रास्ता भी बनने जा रही है। सरकार ने मुनक नहर पर एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का फैसला लिया है, जो बाहरी दिल्ली से लेकर उत्तरी दिल्ली तक यातायात को आसान बनाएगा।
ट्रैफिक कम करने की दिशा में बड़ा कदम
हरियाणा से दिल्ली के पल्ला गांव के रास्ते आने वाला यमुना का पानी वजीराबाद होते हुए ओखला तक पहुंचता है। इस पानी को दो प्रमुख वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट तक लाने के लिए दशकों पहले बनी मुनक नहर पर अब एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जाएगा, जिससे बाहरी और उत्तरी दिल्ली के बीच यातायात जाम में भारी कमी आने की उम्मीद है।
टेंडर हुआ जारी, अक्टूबर तक डीपीआर तैयार
लोक निर्माण विभाग (PWD) ने मुनक नहर पर एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण की दिशा में कदम उठाते हुए सलाहकार नियुक्त करने के लिए 15 जुलाई को टेंडर जारी कर दिया है। इस सलाहकार को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करनी होगी, जिसे 31 अक्टूबर तक फाइनल करने का लक्ष्य रखा गया है।
30 किलोमीटर लंबा होगा एलिवेटेड कॉरिडोर
मुनक नहर का लगभग 17 किलोमीटर हिस्सा दिल्ली की सीमा में आता है। प्रस्तावित योजना के तहत बवाना से लेकर इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन तक लगभग 20 किलोमीटर लंबा मुख्य एलिवेटेड कॉरिडोर बनेगा। इसके साथ ही चढ़ने और उतरने के लिए नहर के दोनों किनारों पर रैंप बनाए जाएंगे, जिससे कुल लंबाई 30 किलोमीटर तक पहुंचेगी।
यातायात के साथ-साथ जल गुणवत्ता में सुधार
PWD के अतिरिक्त मुख्य सचिव नवीन चौधरी ने बताया कि यह कॉरिडोर उत्तरी दिल्ली के भीड़भाड़ वाले इलाकों में एक बेहतरीन वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा। साथ ही, नहर को ढकने से उसमें जाने वाले बाहरी प्रदूषकों की मात्रा भी कम होगी, जिससे पानी की गुणवत्ता बेहतर होगी।
तीन हजार करोड़ रुपये की लागत का अनुमान
इस परियोजना पर लगभग 3,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में एलिवेटेड कॉरिडोर सहित अन्य पीडब्ल्यूडी परियोजनाओं की प्रगति पर चर्चा की गई। अधिकारियों को तय समयसीमा में कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
ग्रीन जोन और रिवरफ्रंट के विकास की भी योजना
मुनक नहर के एक ओर एलिवेटेड कॉरिडोर बनेगा, वहीं दूसरी ओर हरित क्षेत्र और रिवरफ्रंट विकसित किया जाएगा। इसमें रिक्रिएशनल जोन, इकनॉमिक एरिया और फूड प्लाजा भी शामिल होंगे। दिल्ली के PWD मंत्री प्रवेश वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री के साथ इस योजना के सभी पहलुओं पर चर्चा हो चुकी है।
नहर पर सोलर पैनल की भी तैयारी
गौरतलब है कि मुनक नहर एक लाइनड चैनल (CLC) और दिल्ली सब ब्रांच (DSB) का हिस्सा है जिसकी कुल लंबाई 102 किलोमीटर है। इसमें से लगभग 85 किलोमीटर हरियाणा में और 17 किलोमीटर दिल्ली में स्थित है। हाल ही में सरकार ने इस नहर के ऊपर सोलर पैनल लगाने की योजना को भी मंजूरी दी थी, जिससे हरित ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा।