नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में यमुना नदी एक बार फिर उफान पर है। केंद्रीय जल आयोग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार दोपहर 3 बजे पुराने लोहे के पुल (रेलवे ब्रिज) पर यमुना का जलस्तर 207.09 मीटर दर्ज किया गया, जो चेतावनी स्तर 204.50 मीटर और खतरे के स्तर 205.33 मीटर से काफी ऊपर है।
जल शक्ति मंत्रालय के पूर्वानुमान के मुताबिक, बुधवार रात 8 बजे तक जलस्तर 207.40 मीटर तक पहुंच सकता है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वज़ीराबाद और ओखला बैराज से छोड़े गए पानी का असर दिल्ली में जलस्तर पर और अधिक पड़ सकता है। गौरतलब है कि यमुना का अब तक का सबसे ऊंचा जलस्तर 208.66 मीटर 13 जुलाई 2023 को दर्ज किया गया था।
निचले इलाकों में रह रहे लोगों को किया जा रहा है शिफ्ट
लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। दिल्ली सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने गीता कॉलोनी, मयूर विहार समेत कई निचले इलाकों में राहत शिविर बनाए हैं। यहां प्रभावित लोगों के रहने और खाने-पीने की व्यवस्था की गई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि वे वर्षों से यमुना खादर क्षेत्र में रह रहे हैं, लेकिन इस बार की बाढ़ ने उन्हें मजबूर कर दिया है कि वे अपने घर छोड़कर शिविरों में शरण लें।
आशिता पार्क में पानी भरने से फैली दहशत
आईटीओ ब्रिज के पास स्थित आशिता पार्क में यमुना का पानी भर गया है। पानी में सांपों के दिखाई देने से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। पार्क का निचला हिस्सा पूरी तरह जलमग्न हो चुका है, और जगह-जगह कीचड़ के साथ जलीय जीवों की मौजूदगी ने हालात और भी गंभीर बना दिए हैं।
स्थानीय निवासियों के मुताबिक, जलस्तर में और बढ़ोतरी हुई तो आसपास के रिहायशी इलाकों में भी पानी घुस सकता है। कई लोग एहतियातन पहले ही अपने घरों से सामान हटाने लगे हैं। प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी किया गया है और लगातार निगरानी रखी जा रही है।
यमुना बाजार में NDRF की तैनाती
यमुना बाजार इलाके में स्थिति गंभीर होती जा रही है। वहां राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीम तैनात कर दी गई है। टीम के कमांडेंट ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि इलाके में 5 से 6 फीट तक पानी भर चुका है और निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
उन्होंने बताया, “कल रात से हमारी टीम तैनात है। अभी कुछ लोग और हैं जिन्हें हटाने के निर्देश दिए गए हैं। हमारी प्राथमिकता है कि कोई भी व्यक्ति खतरे में न रहे।”
आने वाले घंटे अहम
विशेषज्ञों की मानें तो यदि यमुना का जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा, तो आईटीओ ब्रिज, रिंग रोड, और निगमबोध घाट जैसे क्षेत्रों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। फिलहाल राहत एवं बचाव टीमें पूरी तरह सतर्क हैं और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है।