आंध्र प्रदेश- परवतीपुरम ज़िला : गुम्मलक्ष्मीपुरम मंडल के इरीडी गांव के बच्चों का भविष्य अंधकार में है, क्योंकि गांव में अब तक कोई प्राइमरी स्कूल नहीं है। स्कूल भवन के अभाव में छोटे-छोटे बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की अनदेखी के कारण बच्चों की ज़िंदगी पर बुरा असर पड़ रहा है।
गांव के लोगों ने आज इस मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और अधिकारियों की उदासीनता पर नाराज़गी जताई। उनका आरोप है कि कई बार शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
“हमारे गांव में ज़िला कलेक्टर पहले आ चुके हैं, लेकिन उनकी यात्रा का कोई नतीजा नहीं निकला,” एक ग्रामीण ने कहा। “हमारे बच्चे पढ़ना चाहते हैं, लेकिन स्कूल ही नहीं है।”
शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत प्रत्येक बच्चे को निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है, और हर गांव में कम से कम एक प्राथमिक विद्यालय होना चाहिए। मगर, इरीडी गांव में यह अधिकार केवल कागजों तक ही सीमित रह गया है।
स्थानीय लोगों ने मांग की है कि अब और देर किए बिना प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए और जल्द से जल्द स्कूल की स्थापना करनी चाहिए।
“अगर अब भी अधिकारी नहीं जागे, तो हमारे बच्चों का भविष्य अंधकार में चला जाएगा,” एक और अभिभावक ने चेतावनी दी।