पिडुगुराल्ला, 13 अक्टूबर: पिडुगुराल्ला आरटीसी डिपो में वॉशिंग सेक्शन से अवैध रूप से हटाए गए सात कर्मचारियों की तुरंत बहाली की मांग को लेकर सीआईटीयू के नेतृत्व में डिपो के सामने धरना आयोजित किया गया।
एपी आरटीसी कॉन्ट्रैक्ट और आउटसोर्सिंग वर्कर्स यूनियन के राज्य सचिव वी. तुलसीराम ने कहा कि बर्खास्त कर्मचारियों को तुरंत काम पर वापस लिया जाना चाहिए और उनके बकाया वेतन का भुगतान तुरंत किया जाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि कॉन्ट्रैक्टर ने 17 सितंबर को ही कर्मचारियों की बहाली के लिए पत्र दिया था, लेकिन डिपो मैनेजर ने यह कहते हुए मना कर दिया कि “कॉन्ट्रैक्टर खुद लेकर आए तो ही लेंगे”, जिसे यूनियन ने एकतरफा और गैर-जिम्मेदाराना रवैया बताया।
वेतन घोटाला और पीएफ उल्लंघन का आरोप
तुलसीराम ने आरोप लगाया कि प्रत्येक कर्मचारी को प्रति माह ₹12,382 (पीएफ सहित) वेतन मिलना चाहिए, लेकिन केवल ₹9,000 ही दिए जा रहे हैं।
पीएफ खाते खोले ही नहीं गए हैं, और कर्मचारियों को ईएसआई, वीकली हॉलिडे, त्योहारी छुट्टियाँ आदि से भी वंचित रखा गया है।
उन्होंने सवाल किया, “कर्मचारियों का पीएफ और ईएसआई का पैसा कहां जा रहा है? कौन इसे अपनी जेब में डाल रहा है?”
संयुक्त बैठक बुलाकर इन सभी मुद्दों को हल करने की मांग की गई है।
आंदोलन तेज करने की चेतावनी
अगर मांगे पूरी नहीं हुईं, तो सीआईटीयू ने चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी है।
इस धरने में सीआईटीयू मंडल संयोजक तेलगपल्ली श्रीनिवास राव, कर्मचारी एल. मरियम्मा, जी. मानिक्यम, डी. उमा, एम. मरियम्मा, सैयदम्मा आदि शामिल हुए।