प्रयागराज, नैनी। प्रयागराज के नैनी थाना क्षेत्र अंतर्गत महेवा नई बस्ती में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। शुक्रवार शाम से लापता 12 वर्षीय शरद का शव शनिवार सुबह झाड़ियों में बरामद हुआ। मृतक बालक के शरीर पर गहरे चोटों के निशान थे और मुंह से झाग निकल रहा था, जिससे उसकी बेरहमी से हत्या की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और जांच में जुट गई है।
झाड़ियों में पड़ा मिला शव, परिजनों में मचा कोहराम
शनिवार सुबह ग्रामीणों को विद्यापीठ इंटर कॉलेज के पास झाड़ियों में कुछ संदिग्ध नजर आया। पास जाकर देखा तो वह शरद का शव था, जिसने नीली टी-शर्ट और लोवर पहन रखा था। यह खबर मिलते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई। शरद की मां मौके पर पहुंचते ही बेसुध होकर गिर पड़ीं। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।
पूरी रात ढूंढते रहे परिजन
शरद के पिता मोहनलाल टाइल्स लगाने का काम करते हैं। शरद तीन बेटों में मंझला था और कक्षा पांच का छात्र था। शुक्रवार शाम वह अचानक लापता हो गया। परिजनों ने सोचा कि वह पड़ोस में खेल रहा होगा, लेकिन रातभर तलाश के बाद भी उसका कोई पता नहीं चला। थक-हारकर पिता ने देर रात थाने पहुंचकर बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई।
हत्या कर शव को पास में फेंका गया – ग्रामीणों की आशंका
स्थानीय लोगों का कहना है कि शरद की हत्या कहीं और की गई और बाद में शव को झाड़ियों में फेंक दिया गया। शव के पास मिट्टी के कोई निशान नहीं थे, जिससे इस बात को बल मिलता है कि शव को मौके पर लाकर डाला गया है। बच्चे के शरीर पर कई गहरे चोटों के निशान हैं, जो किसी धारदार या भारी वस्तु से मारने की ओर इशारा करते हैं।
पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर, जांच जारी
सूचना मिलते ही नैनी पुलिस, फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड मौके पर पहुंचे। जांच के दौरान घटनास्थल से कई साक्ष्य जुटाए गए हैं, जिन्हें लैब में जांच के लिए भेजा गया है। नैनी थाना प्रभारी बृजकिशोर गौतम ने बताया कि कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। फिलहाल परिजनों ने किसी पर शक जाहिर नहीं किया है। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुलेगा हत्या का राज
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारण और घटना की समयसीमा स्पष्ट हो पाएगी। वहीं ग्रामीणों की मांग है कि अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए, ताकि भविष्य में कोई ऐसी घटना दोबारा न हो।